उत्पादन फलन

उत्पादन क्या है? अर्थशास्त्र में किसी वस्तु के रूप, स्थान समय एवं आकार में परिवर्तन करने में एक नई उपयोगिता का निर्माण होता है जिसे उत्पादन कहा जाता है। अर्थात यह कहा जा सकता है कि किसी वस्तु में नई उपयोगिता का सृजन करना ही उत्पादन कहलाता है। जैसे एक लकड़ी के लॉग से फर्नीचर का निर्माण उत्पादन है। जब हम किसी वस्तु के रूप, स्थान, समय एवं आकर में परिवर्तन करना चाहते हैं तो हमें कुछ साधनों की आवश्यकता होती है। जैसे श्रम पूँजी भूमि तथा साहस। इन चारों साधनों को आगत कहा जाता है। अतः हम कह सकते हैं कि उपयोगिता के सृजन में आगतों का निर्गत में रूपांतरण होता है, जिसे उत्पादन कहा जाता है। दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि आगत का निर्गत में रूपांतरण ही उत्पादन है। उत्पादन में न केवल वस्तुओं को ही शामिल किया जाता है बल्कि पेशेवर लोगों की सेवाओं को भी उत्पादन के अंतर्गत शामिल किया जाता है। जैसे एक चिकित्सक के द्वारा चिकित्सा करना सेवा का उत्पादन है। उत्पादन फलन आगत और निर्गत के बीच के फलनत्मक तथा तकनीकी संबंध को ...